प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने मंत्रिमंडल में विस्तार एवं फेरबदल करते हुए डॉ रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) के इस्तीफे के बाद रिक्त पड़े केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की कमान अब धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) को सौंपी गई है। प्रधान के पास इससे पहले पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और स्टील मंत्रालय का जिम्मा था।
प्रधानमंत्री ने अब धर्मेंद्र प्रधान को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय का मुखिया बनाया है। इसके साथ ही शिक्षा मंत्रालय का कुनबा भी बढ़ गया है। अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में तीन राज्य मंत्री बनाए गए हैं। जबकि केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय में एक राज्य मंत्री का पद सृजित किया गया है। नए बदलाव के तहत डॉ सुभाष सिरकार, डॉ राजकुमार रंजन सिंह और अन्नपूर्णा देवी को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कैबिनेट विस्तार से थोड़ी देर पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बताया गया कि शिक्षा मंत्री ने खराब स्वास्थ्य के चलते इस्तीफा देने का निर्णय लिया था। वर्तमान में वह राज्यसभा सांसद हैं।
52 साल के धर्मेंद्र प्रधान पूर्व राज्यमंत्री देवेंद्र प्रधान के बेटे हैं। उन्हें साल 2017 में प्रमोट करते हुए कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। वर्तमान में वह मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। वह 14वीं लोकसभा के सदस्य भी रह चुके हैं।