केंद्र सरकार ने एक ऐसा ऐतिहासिक फैसला लिया है जिससे देश के किसानों को काफी राहत मिली है। केंद्र सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लेते हुए डीएपी यानी Diammonium Phosphate की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच इसपर सब्सिडी बढ़ा दी है। सरकार ने DAP उर्वरक पर 140% सब्सिडी बढ़ा दी है। सरकार के मुताबिक वैश्विक कीमतों में वृद्धि के बावजूद किसानों को DAP उर्वरक की एक बोरी 1200 रुपए ही मिलेगी ना कि 2400 रुपये। मूल्य वृद्धि का सारा अतिभार केंद्र की सरकार उठाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने 19 मई को खाद कीमतों के मुद्दे पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान मोदी ने जोर देकर कहा था कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे मालों की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद भी किसानों को पुरानी कीमतों पर ही खाद मुहैया करवाना चाहिए।
पिछले साल तक DAP की असल कीमत 1700 रुपये प्रति बोरी थी, जिस पर केंद्र सरकार प्रति बोरियों पर 500 रुपये सब्सिडी दे रही थी। इसलिए कंपनियां किसानों को 1200 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से बेच रही थी। लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में DAP में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल जैसे Phosphoric Acid, Ammonia आदि की कीमतों में 60%-70% की बढ़ोतरी हुई है। जिस वजह से भारत में DAP उर्वरक के प्रति बोरी 2400 रुपए तक बढ़ गई है।
DAP की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस के नेताओं ने मोदी सरकार को निशाने साध रही थी। कांग्रेस ने 19 मई को केंद्र पर आरोप लगाया कि DAP खाद की 50Kg की बोरी पर 700 रुपये और कुछ अन्य उर्वरकों की कीमतों में वृद्धि कर दी गई है, जिससे किसानों पर सालाना 20 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। कॉन्ग्रेस की तरफ से यह भी कहा गया कि अन्नदाताओं को गुलाम बनाने की साजिश है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार से आग्रह किया कि इन बढ़ी हुई कीमतों को वापस लिया जाए। आपको पता दें कि जब से भारतीय किसान आंदोलन पर बैठे हैं तब से कांग्रेस, केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साधती चली आ रही है। केंद्र सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले से कांग्रेस के नेताओं ने चुप्पी साधी है। और देश के कई राज्यों के किसान केंद्र सरकार के इस फैसले से काफी खुश हैं।